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तत्सम और तद्भव शब्द
तत्सम और तद्भव शब्द किसे कहते हैं Tatsam our tadbhav shabd kise kahate hain. दोस्तो यह पोस्ट मुख्य रूप से जानने एवं ज्ञान के संचार को पुराने से नए की ओर अग्रसर क्रिया को बनाने में विशेष महत्व देता है। प्राचीन समय ने संस्कृत साहित्य एवं संस्कृति की भाषा से भिन्न होकर कई शब्दों में बदलाव एवं सामान्य बोलचाल हेतु सहज बनाने हेतु परिवर्तन का यह पोस्ट अंत तक अवश्य पढ़ें।
हिंदी भाषा के शब्द संग्रह के तहत कई तरह के शब्द आते हैं। इनमे से मुख्य क्रमशः तत्सम शब्द, तद्भव शब्द, देशी शब्द, विदेशी शब्द और अन्य शब्द विशेष हैं। हम आप को सभी शब्दों को एक साथ बताने में असमर्थ है क्योंकि लेख विशाल रूप धारण कर लेगा। इसलिए हमारी टीम का यह मानना है की जो शुरुआत में दो मुख्य तत्सम शब्द और तद्भव शब्द है उन्हें हम इस आर्टिकल के तहत विस्तार से बताने एवं उनके उदाहरण की श्रृंखला को संपन्न करने हेतु उत्सुक हैं।
अब आपको बता देते है की आप इस आर्टिकल में जानेंगे की तत्सम शब्द, तद्भव शब्द किसे कहते है इनकी परिभाषा देते हुए। यदि हमारे सामने ऐसे शब्द आ जाए जिन्हे इस हेतु पहचान की आवश्यकता पढ़े तो हम उन्हे किस तरह पढ़चान बना सकते हैं ऐसे कई तरीके को भी नीचे क्रम से पढ़ते चलेंगे।
हम इस हेतु समर्थ है की यदि आप किसी भी शब्द इस तत्सम और तद्भव रूपों के PDF फाइल को प्राप्त करना चाहते हैं तो लेख के सबसे अंत में जाकर ऐसे pdf पाने हेतु प्रयास करें।
तत्सम शब्द किसे कहते हैं Tatsam shabd kise kahate hain
परिभाषा (Defination): तत् + सम् के जोड़ से बना है – तत्सम शब्द! तत् का बोध होता है की – उसके! सम् के बोध होता है – समान! दोनों का मतलब – ज्यों का त्यों!
यानी: ऐसे शब्द या शब्द के स्वरूप जिन्हे संस्कृत भाषा में से बगैर परिवर्तन के लेलिया जाता है, उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं।
ऐसे शब्दों की ध्वनि परिवर्तित नही होती। हिंदी, पंजाबी, कन्नड़, कोंकणी, गुजराती, मराठी, सिंहल या मलयालम जैसी भाषा में कई ऐसे शब्द है जिन्हे संस्कृत साहित्य भाषा से सीधे हु वा हु ले लिया गया हैं। क्योंकि बताई गई भाषाओं में से कई का निर्माण स्वयं अनुसार संस्कृत से ही हुआ।
तत्सम शब्दों के उदाहरण:
आम्र | अश्रु | अज्ञान |
आर्य | अग्नि | भ्रातृ |
क्षेत्र | अन्धकार | उत्साह |
अमूल्य | चंद्र | अशीति |
अगणित | अस्थि | उच्च |
>>> Shabd shakti किसे कहते हैं
तद्भव शब्द किसे कहते हैं Tadbhav shabd kise kahate hain
परिभाषा (Defination): तत्सम शब्दों को समय काल एवं परिस्थिति के निर्धारण दिशानिर्देश अनुसार कई शब्दों को परिवर्तित कर नए शब्दों को निर्मित किया गया, ये सभी नए शब्द तद्भव शब्द कहलाते हैं। तत् + भव के जोड़ से बना है – तद्भव शब्द! तत् का बोध होता है की – उसके या उससे बने! सम् के बोध होता है – उससे उत्पन्न! दोनों का मतलब – जो शब्द संस्कृत भाषा अनुसार उत्पन्न और बने हुए है।
भारतवर्ष में उप-महाद्वीप की शैली अनुसार प्रदत्त शब्दों की विशेषता हेतु दर्शाई भाषाओं में शब्द है उन्हें समान्यत: तीन तरह की श्रेणियों में बाटा जो तत्सम, तद्भव और देशज हैं।
यदि शब्दों की यात्रा को संस्कृत से आरंभ करें तो संस्कृत>पालि>प्राकृत>अपभ्रंश भाषाओं के कई नए परिवर्तन से आज इस अनुसार आज तक चल रही!
तद्भव शब्द के उदाहरण:
आग | आँख | आधा |
आम | अस्सी | कौड़ी |
ग्यारह | उबटन | आमचूर |
किरन | किसान | गिनती |
उदाहरण के लिए हिन्दी का अमिय शब्द एक तद्भव शब्द है जो संस्कृत के अमृत शब्द से व्युत्पन्न है। नीचे कुछ तत्सम एवम उनके संगत हिन्दी स्वरूप परिवर्तित के तद्भव शब्दों की सूची दी है-
तत्सम शब्द | तद्भव शब्द |
एकल | अकेला |
अक्षोर | अखरोट |
माता | माँ |
मनुष्य | मानुस |
ग्राम | गाँव |
अन्धकार | अँधेरा |
अन्न | अनाज |
घट | घड़ा |
राजपुत्र | राजपूत |
चरण | चरन |
चक्र | चाक |
छाया | छाँह |
क्षीर | खीर |
त्रयोदष | तेरह |
शाप | श्राप |
हिरन | हरिण |
हट्ट | हाट |
क्षत्रिय | खत्री |
श्रावण | सावन |
>> शब्द किसे कहते हैं? परिभाषा
समापन: तत्सम एवं तद्भव शब्दों के भंडार हमरे कंटेंट टीम के पास है यदि आप उन सभी कंटेंट भंडार से अन्य किस शब्द के उदाहरण या तत्सम एवं तद्भव के रूप को जानना जरूरी समझते गई तो कृपया हमारे संपर्क करने वाले पेज पर जाकर संपर्क करें एवं संबंधित अन्य शब्दों के उदाहरण पाएं।