सम संख्या किसे कहते हैं?
गणित में, सम संख्या (even number) वे संख्याएँ होती हैं जो 2 से पूर्णतः विभाज्य होती हैं। इसका अर्थ है कि जब आप किसी सम संख्या को 2 से विभाजित करते हैं, तो शेषफल 0 होता है।
उदाहरण:
- 2, 4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20 …
सम संख्याओं के कुछ गुण:
- अंतिम अंक: सम संख्याओं का अंतिम अंक हमेशा 0, 2, 4, 6 या 8 होता है।
- विभाज्यता: सम संख्याओं को 2, 4, 8, 16, 32 आदि (2 के सभी शक्तियों) से भी विभाजित किया जा सकता है।
- जोड़: दो सम संख्याओं का योग हमेशा एक सम संख्या होता है।
- गुणा: किसी भी संख्या को 2 से गुणा करने पर परिणाम हमेशा एक सम संख्या होता है।
- घटाव: दो सम संख्याओं का अंतर हमेशा एक सम संख्या होता है।
उपयोग:
- सम संख्याओं का उपयोग विभिन्न प्रकार की गणनाओं में किया जाता है, जैसे कि जोड़, घटाव, गुणा और भाग।
- सम संख्याओं का उपयोग मापन में भी किया जाता है, जैसे कि लंबाई, वजन, और समय।
- सम संख्याओं का उपयोग विभिन्न प्रकार की समस्याओं को हल करने में भी किया जाता है, जैसे कि क्षेत्रफल, परिमाप, और गति।
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निष्कर्ष:
सम संख्याएँ गणित में एक महत्वपूर्ण अवधारणा हैं। सम संख्याओं के गुणों को समझने से विभिन्न प्रकार की गणनाओं और समस्याओं को हल करने में मदद मिलती है।
अतिरिक्त जानकारी:
- विषम संख्या: वे संख्याएँ जो 2 से विभाज्य नहीं होती हैं, उन्हें विषम संख्या कहा जाता है।
- शून्य: शून्य एक सम संख्या है।
- ऋणात्मक संख्या: ऋणात्मक सम संख्याएँ भी सम संख्याएँ होती हैं।
उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए उपयोगी है!