शंकर भगवान की जय करो,
जगत के पालनहार हैं वो।
त्रिनेत्र धारी, जटा धारी,
शिव शंकर महादेव हमारे हैं वो।
महादेव के भक्त हैं हम,
उनकी आराधना का प्यार हैं हम।
नाम जपते हैं, भजन करते हैं,
शिव के द्वार पर आरती उतारते हैं हम।
शिवरात्रि की रात हैं सुहानी,
भक्ति और ध्यान की रात हैं यहां।
भोलेनाथ की जय करो,
हर दुख हराने वाले महादेव की जय करो।
दमरू बाजे, नाग झूले,
शंभु शंकर की धूम मचे।
अर्धनारीश्वर के रूप में,
देवों के देव महादेव सच्चे।
भोलेनाथ की महिमा अपार,
जगत को देते हैं उद्धार।
शिव भक्ति का हैं ये अद्भुत जाल,
जगत को दिखाते हैं अपना विशाल अवतार।
महादेव के भक्त हम, जिनकी आराधना करते हैं,
जगत के रचयिता हैं वे, जगत को संभालते हैं।
जटाधारी हैं महादेव, त्रिपुरारी नाम से विख्यात,
भक्तों के हृदय में बसे, अद्भुत आनंद का स्रोत।
भोलेनाथ की महिमा अपार, मांगलिक उनका विशेष,
नमामि शंकरं भोलेनाथं, सच्चे मन से करें आराधना विशेष।
महादेव की आराधना का है ज्ञान अनमोल,
भक्ति का सागर हैं वे, भक्तों के मन को भरते हैं सम्पूर्ण।
महाकाल त्रिनेत्र धारी, जगत के नायक हैं वे,
भक्तों के रक्षक हैं वे, अद्भुत करते हैं कार्य वे।
महादेव की महिमा गाओ, हृदय से उनको याद करो,
जगत को शान्ति मिलेगी, सुखी और समृद्ध जीवन बसेगा यहाँ।
शिव शंकर का नाम लेकर, आत्मा को शुद्ध करो,
ध्यान में रहो महादेव के, ब्रह्मा, विष्णु संपूज्य हैं वे।