हम बदमाश हैं, दिल का बहुत कच्चा हैं,
जब चाहे ताने मारते हैं, जब चाहे चुभते हैं।
शेरों की तरह घुमते हैं, अवाम को घूरते हैं,
हमारी बदमाशी को किसी की नजर नहीं छूरते हैं।
दुश्मनों की लड़ाई में हम हमेशा तैयार हैं,
बदमाशी के साथ बढ़ते हैं, बदलते नहीं रुख हमारे।
हम तो बदमाश हैं, और इसमें ना कोई बराबरी है,
चाहे दुनिया हिल जाए, हमेशा हमारी अपनी मर्जी है।
दरिंदगी और बदमाशी की हमारी जोड़ी है,
जब ज़रूरत पड़े, हम आगे आते हैं।
हमारी आँखों में चालाकी और हमारे दिल में दरार है,
ये हमारी बदमाशी है, दुनिया में नाम बना है।
बदमाशी करना हमारा शौक नहीं, ये हमारी जिन्दगी है,
हम बदमाश हैं, और ये बदमाशी है हमारी निशानी है।
जो भी हमसे टकराएगा, वह यही बोलेगा,
बदमाशी के साथ हर जगह हम छायेंगे हमारी याद रहेगी।
हाथ में छुरी, दिल में जलन,
बदमाशी चल रही है इस जहां में।
शौक़ से उड़ा दूँगा दुनिया को,
मैं यहाँ हूँ बेइमानी की कहां में।
आँखों का नूर और जुबां की तलवार,
इंतजार में बदमाशी दिखा रही है।
जिद्दी हूँ मैं, बिगड़ेगा ये जमाना,
हाथों की लकीरें नहीं मैं समझता।
चल पड़ी हूँ मैं, रास्ता बदलने का,
दिल थामकर लोगों को घबराने का।
बदमाशी में हूँ, इश्क़ में डूबा हूँ,
दिलचस्प लोगों की नज़रों में चमक रहा हूँ।
ये जीने का तरीका, ये रवैया नया,
बदमाशी का असल मज़ा जो आया।
जी भरकर जियो, खुश रहो दुनिया में,
बदमाशी की रौशनी में उड़ान भरो आजा।
खतरनाक बदमाशी करने वालों की तोली,
हम हैं वो आग, जो सबको जला देगी।
दुनिया की भीड़ में हम हैं वो राहत,
बदमाशी की रात में नफरत की बारिश बरसाएंगे।
अदालतों के बंदिशों को तोड़कर,
बदमाशी के जुनून को हम जगाएंगे।
जहां आते हैं हम, वहां चाहे छा जाए अंधेरा,
बदमाशी के सूरज की किरणें जगमगाएंगे।
ख़तरे में हैं हम, जो बदमाशी के पास हैं,
हमसे पंगा लेने वालों की ख़ैर नहीं।
दुश्मनों के दिल में दरिया बहाएंगे,
बदमाशी के तूफ़ान लगा देंगे जहां।