निषेचन किसे कहते हैं?
निषेचन दो युग्मकों (gametes) के संलयन की प्रक्रिया है, जो एक नया जीव बनाते हैं।
जीव विज्ञान में, निषेचन एक प्रजनन प्रक्रिया है जिसमें एक नर युग्मक (शुक्राणु) एक मादा युग्मक (अंडाणु) के साथ मिलकर एक युग्मज बनाता है। युग्मज में दोनों माता-पिता से आनुवंशिक जानकारी होती है, जो नए जीव के विकास और विकास को निर्धारित करती है।
निषेचन दो प्रकार से हो सकता है:
बाह्य निषेचन: यह प्रक्रिया पानी में होती है, जहां नर और मादा युग्मक पानी में मिलते हैं और युग्मज बनाते हैं। मछली, उभयचर और कुछ सरीसृप बाहरी निषेचन का उपयोग करते हैं।
आंतरिक निषेचन: यह प्रक्रिया मादा के शरीर के अंदर होती है, जहां नर युग्मक मादा के शरीर में प्रवेश करता है और अंडाणु के साथ मिलकर युग्मज बनाता है। स्तनधारी, पक्षी और कुछ सरीसृप आंतरिक निषेचन का उपयोग करते हैं।
निषेचन के बाद, युग्मज विकसित होता है और एक भ्रूण बनता है। भ्रूण गर्भाशय में विकसित होता है और अंततः एक नया जीव पैदा होता है।
निषेचन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह नए जीवों के निर्माण की अनुमति देता है। यह आनुवंशिक विविधता भी प्रदान करता है, जो जीवों को बदलती परिस्थितियों के अनुकूल होने में मदद करता है।
निषेचन के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
- कुछ पौधों में, निषेचन बिना किसी युग्मक संलयन के हो सकता है। इसे अपोमिक्सिस कहा जाता है।
- कुछ जानवरों में, निषेचन शुक्राणु के बिना हो सकता है। इसे पार्थेनोजेनेसिस कहा जाता है।
- मानव में, निषेचन आमतौर पर फैलोपियन ट्यूब में होता है।
- निषेचन के बाद, युग्मज लगभग 24 घंटों तक विभाजित होता है।
- भ्रूण गर्भाशय में लगभग 9 महीने तक विकसित होता है।
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निषेचन जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह प्रक्रिया नए जीवों के निर्माण की अनुमति देता है और यह सुनिश्चित करता है कि जीवन की अगली पीढ़ी जीवित रहे।