लोकतंत्र किसे कहते हैं

लोकतंत्र: जनता का, जनता के लिए, जनता द्वारा शासन

लोकतंत्र एक ऐसी शासन प्रणाली है जिसमें जनता को शासन में भाग लेने का अधिकार होता है। यह शासन का एक ऐसा रूप है जिसमें शासकों का चुनाव लोग करते हैं। लोकतंत्र दो शब्दों से मिलकर बना है, “लोक” और “तंत्र”। “लोक” का अर्थ है जनता और “तंत्र” का अर्थ है शासन।

लोकतंत्र की विशेषताएं:

  • निष्पक्ष चुनाव: लोकतंत्र में सभी नागरिकों को बिना किसी भेदभाव के चुनाव में भाग लेने का अधिकार होता है।
  • अधिकारों की गारंटी: लोकतंत्र में सभी नागरिकों को मौलिक अधिकारों की गारंटी दी जाती है।
  • समानता: लोकतंत्र में सभी नागरिक कानून के समक्ष समान होते हैं।
  • विधिक शासन: लोकतंत्र में कानून सर्वोच्च होता है और सभी, चाहे वह कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, कानून के अधीन होता है।
  • अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता: लोकतंत्र में सभी नागरिकों को अपनी राय व्यक्त करने की स्वतंत्रता होती है।
  • सहिष्णुता: लोकतंत्र में सभी नागरिकों को विभिन्न विचारों और धर्मों के प्रति सहिष्णुता रखनी होती है।

लोकतंत्र के प्रकार:

  • प्रत्यक्ष लोकतंत्र: प्रत्यक्ष लोकतंत्र में सभी नागरिक सीधे तौर पर नीतियां बनाते हैं और निर्णय लेते हैं।
  • प्रतिनिधि लोकतंत्र: प्रतिनिधि लोकतंत्र में नागरिक अपने प्रतिनिधियों को चुनते हैं जो उनकी ओर से नीतियां बनाते हैं और निर्णय लेते हैं।

लोकतंत्र का महत्व:

  • लोकतंत्र नागरिकों को शासन में भाग लेने का अधिकार देता है।
  • लोकतंत्र नागरिकों को मौलिक अधिकारों की गारंटी देता है।
  • लोकतंत्र में सभी नागरिक कानून के समक्ष समान होते हैं।
  • लोकतंत्र में कानून सर्वोच्च होता है।
  • लोकतंत्र में नागरिकों को अपनी राय व्यक्त करने की स्वतंत्रता होती है।
  • लोकतंत्र में नागरिकों को विभिन्न विचारों और धर्मों के प्रति सहिष्णुता रखनी होती है।

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निष्कर्ष:

लोकतंत्र एक आदर्श शासन प्रणाली है। यह नागरिकों को शासन में भाग लेने का अधिकार देता है, उन्हें मौलिक अधिकारों की गारंटी देता है, और सभी नागरिकों को कानून के समक्ष समान बनाता है। लोकतंत्र में कानून सर्वोच्च होता है और नागरिकों को अपनी राय व्यक्त करने की स्वतंत्रता होती है। लोकतंत्र में नागरिकों को विभिन्न विचारों और धर्मों के प्रति सहिष्णुता रखनी होती है।