जानिए! नीलकंठ के बारे में सब कुछ

नीलकंठ – About Kingfisher In Hindi

नीलकंठ एक सुंदर और चमकीले रंग का पक्षी है जो भारत में पाया जाता है। यह अपने नीले गले के लिए प्रसिद्ध है, जिसके कारण इसका नाम नीलकंठ पड़ा है। नीलकंठ को हिन्दू धर्म में भी एक शुभ पक्षी माना जाता है।

नीलकंठ – About Kingfisher In Hindi

नीलकंठ एक खूबसूरत पक्षी है जो भारत में बहुतायत में पाया जाता है। इसका नाम इसके नीले रंग के गले के कारण पड़ा है। यह एक मांसाहारी पक्षी है और मछलियों को अपना भोजन बनाता है।

नीलकंठ का शरीर मध्यम आकार का होता है। इसका सिर बड़ा और चोंच लंबी होती है। इसके शरीर का ऊपरी भाग भूरा और नीला होता है, जबकि निचला भाग सफेद होता है। इसके गले का रंग नीला होता है।

नीलकंठ पानी के किनारे रहने वाला पक्षी है। यह नदियों, तालाबों, झीलों और अन्य जलाशयों के पास पाया जाता है। यह आमतौर पर पानी के किनारे की झाड़ियों में बैठा रहता है और मछलियों की तलाश करता है। जब यह किसी मछली को देखता है तो यह तेजी से पानी में गोता लगाता है और उस मछली को अपने मुंह में लेकर बाहर निकल आता है।

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नीलकंठ एक सामाजिक पक्षी है और अक्सर अन्य नीलकंठों के साथ झुंड में रहता है। यह एक अच्छी आवाज वाला पक्षी भी है और कई तरह की आवाजें निकालता है।

नीलकंठ भारत में एक महत्वपूर्ण पक्षी है। यह मछलियों की संख्या को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह एक आकर्षक पक्षी है और लोगों को आनंद देता है।

**नीलकंठ का वैज्ञानिक नाम **

नीलकंठ का वैज्ञानिक नाम **अलेक्जेंड्रिन रोलर (Alcedo atthis) **है। यह पक्षी **कोरासिफोर्मेस (Coraciiformes) **वर्ग का सदस्य है।

**नीलकंठ का आकार **

नीलकंठ एक मध्यम आकार का पक्षी है। इसका शरीर लगभग 20 सेंटीमीटर लंबा होता है। इसका सिर गोल और आंखें बड़ी होती हैं। इसके पंख छोटे और मजबूत होते हैं। इसका गला नीला होता है, जबकि शेष शरीर भूरा होता है।

**नीलकंठ का आवास **

नीलकंठ भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान और नेपाल में पाया जाता है। यह आमतौर पर नदियों, तालाबों और अन्य जलाशयों के किनारे पाया जाता है।

**नीलकंठ का भोजन **

नीलकंठ एक शिकारी पक्षी है। यह मछली, कीड़े और अन्य छोटे जीवों को खाता है। यह अपनी मजबूत चोंच और पंजों का इस्तेमाल शिकार को पकड़ने के लिए करता है।

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**नीलकंठ का प्रजनन **

नीलकंठ का प्रजनन काल मार्च से जुलाई तक होता है। यह पक्षी एक बार में 4 से 6 अंडे देता है। अंडे लगभग 15 दिनों में फूट जाते हैं। नर और मादा दोनों मिलकर बच्चों का पालन-पोषण करते हैं।

**नीलकंठ का महत्व **

नीलकंठ को हिन्दू धर्म में एक शुभ पक्षी माना जाता है। माना जाता है कि दशहरा के दिन नीलकंठ के दर्शन से धन और संपत्ति में वृद्धि होती है।

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**नीलकंठ का संरक्षण **

नीलकंठ एक संरक्षित पक्षी है। इसके संरक्षण के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इनमें जलाशयों के किनारे पेड़-पौधे लगाना, मछली पकड़ने के जाल को हटाना और शिकार पर रोक लगाना शामिल है।

नीलकंठ एक सुंदर और उपयोगी पक्षी है। इसका संरक्षण करना हमारे लिए बहुत जरूरी है।