जूट – About Jute In Hindi
जूट एक द्विबीजपत्री, रेशेदार पौधा है। इसका तना पतला और बेलनाकार होता है। जूट, पटसन और इसी प्रकार के पौधों के रेशे हैं। इसके रेशे बोरे, दरी, तम्बू, तिरपाल, टाट, रस्सियाँ, निम्नकोटि के कपड़े तथा कागज बनाने के काम आता है।
जूट का इतिहास
जूट का इतिहास बहुत पुराना है। यह भारत और बांग्लादेश में प्राचीन काल से उगाया जा रहा है। जूट का सबसे पहला लिखित उल्लेख 4000 ईसा पूर्व में मिलता है। उस समय जूट का उपयोग बोरे, दरी और अन्य वस्तुओं बनाने के लिए किया जाता था।
जूट की खेती
जूट की खेती भारत, बांग्लादेश, चीन, नेपाल, पाकिस्तान और अन्य देशों में की जाती है। जूट की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु सबसे उपयुक्त है। जूट की खेती दो प्रकार की होती है:
- खेतों में उगाई जाने वाली जूट: इस प्रकार की जूट की खेती में जूट के बीजों को खेतों में बोया जाता है।
- जल में उगाई जाने वाली जूट: इस प्रकार की जूट की खेती में जूट के बीजों को तालाबों या नदियों में बोया जाता है।
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जूट के रेशे
जूट के रेशे को जूट के तने से निकाला जाता है। जूट के रेशे को निकालने की प्रक्रिया को “रिपनिंग” कहा जाता है। रिपनिंग के बाद जूट के रेशे को धोया और सुखाया जाता है।
जूट के उपयोग
जूट के रेशे का उपयोग विभिन्न प्रकार की वस्तुओं बनाने के लिए किया जाता है, जैसे:
- बोरे: जूट के बोरे का उपयोग खाद्यान्न, उर्वरक, रासायनिक पदार्थ और अन्य वस्तुओं को पैक करने के लिए किया जाता है।
- दरी: जूट की दरी बहुत मजबूत और टिकाऊ होती है।
- तम्बू: जूट के तम्बू बहुत मजबूत और हल्के होते हैं।
- तिरपाल: जूट के तिरपाल का उपयोग मशीनरी, वाहन और अन्य वस्तुओं को ढकने के लिए किया जाता है।
- टाट: जूट के टाट का उपयोग फर्श पर बिछाने के लिए किया जाता है।
- रस्सी: जूट की रस्सी बहुत मजबूत होती है। इसका उपयोग शिपिंग, निर्माण और अन्य कार्यों में किया जाता है।
- निम्नकोटि के कपड़े: जूट के रेशे से निम्नकोटि के कपड़े भी बनाए जाते हैं।
- कागज: जूट के रेशे का उपयोग कागज बनाने के लिए भी किया जाता है।
जूट का महत्व
जूट एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पाद है। यह भारत और बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जूट के रेशे से बनी वस्तुएं बहुत मजबूत और टिकाऊ होती हैं। इसलिए, जूट का उपयोग विभिन्न प्रकार के कार्यों में किया जाता है।
जूट के लाभ
जूट के निम्नलिखित लाभ हैं:
- जूट एक प्राकृतिक और पर्यावरण अनुकूल उत्पाद है।
- जूट की वस्तुएं बहुत मजबूत और टिकाऊ होती हैं।
- जूट की वस्तुएं बहुत सस्ती होती हैं।
जूट की चुनौतियां
जूट के निम्नलिखित चुनौतियां हैं:
- जूट की कीमतें अन्य फसलों की कीमतों की तुलना में कम होती हैं।
- जूट की खेती में बहुत अधिक श्रम की आवश्यकता होती है।
- जूट की वस्तुओं को अन्य फसलों से बनी वस्तुओं की तुलना में कम महत्व दिया जाता है।
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निष्कर्ष
जूट एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पाद है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के कार्यों में किया जाता है। जूट के लाभों को देखते हुए, इसे और अधिक प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।