वचन और लिंग किसे कहते हैं

Last Updated on 07/08/2024 by Team HindiZy

वचन और लिंग किसे कहते हैं ≈  Vachan & Ling kise kahate hain

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वचन और लिंग / Vachan & Ling

हिंदी भाषा में विशेष महत्व के साथ यह ज्ञान भी पाना बहुत जरूरी है की वचन और लिंग की जानकारी एवं उनमे क्या क्या प्रकार हो सकते हैं। आज आप इस पेज पर पाएंगे वचन किसे कहते हैं Vachan kise kahate hain (In Hindi) एवं जिसके बाद लिंग किसे कहते हैं एवं उससे संबंध रखने वाले अन्य मुख्य तथ्य। इसके साथ हम वचन और लिंग दोनों के प्रकारों की विस्तार से चर्चा भी करेंगे।

[व्याकरण टॉपिक]

कारक | अव्यय | काल  |  समास

हम आपको बता दें की दोनों की चर्चा हम क्रम से पहले वचन जिसके बाद लिंग के अनुसार करेंगे। यदि आप पहले लिंग के बारे में पढ़ना या ज्ञान पाना चाहते हैं तो आप लेख को थोड़ा स्क्रॉल करें एवं नीचे लिंग किसे कहते है तक पहुंच करे वह से अपना पढ़ना जारी रखें।

vachan-aur-ling-kise-kahate-hain

तो चलिए अब हम आपको क्रम से बिना किस टाइम की बरबादी किए अपने इस लेख (आर्टिकल) को प्रारंभ करे। उससे पहले गुजारिश की अंत तक पड़ने के बाद कमेंट एवं शेयर करने की चेष्टा अवश्य करे!

[वचन]

वचन किसे कहते हैं Vachan kise kahate hain in hindi

वचन की परिभाषा>> हिंदी भाषा की व्याकरण जिसमे हम संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया एवं विशेषण जैसे संबंध श्रृंखला में पढ़ने हैं। जो इनकी संख्या अनुमान लगाने में सूचना प्रदान करे, वचन है। (एक, दो, इत्यादि)।

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संज्ञा या सर्वनाम के वह रूप जिसके तहत एक या अनेक जैसे बोध दर्शाया जाए, उसे वचन कहते हैं। हिंदी भाषा के अतिरिक्त भी कई भाषाओं में वचन दो तरह के ही होते है।

एकवचन ब बहुवचन, लेकिन संस्कृत तथा कुछ और भाषाओं में द्वि वचन भी स्पष्ट रूप में विद्यमान है। उदाहरण: 1) जंगल में जानवरों को झुंड हैं। 2) महिलाएं भजन गा रही हैं। 3) डाली पर तीन तोते बैठे हैं। 4) बाघ दौड़ रहा है।

वचन के प्रकार

हिन्दी में वचन दो तरह के प्रकार हैं-
1. एकवचन,
2. बहुवचन

1. एकवचन

“जिन शब्द, वाक्यों में, संज्ञा में, जिस रूप से एक ही वस्तु का बोध होता है, वह एकवचन है।”
जैसे कि :– माता, माला, लड़का, गाय, सिपाही, पुस्तक, स्त्री, टोपी, बच्चा, कपड़ा, बंदर, मोर।
उदाहरण:

•  संजय ने पेन खरीदा।
• श्वेता ने केला खाया।

2] बहुवचन

“जिन शब्द, वाक्यों से, संज्ञा से, जिस रूप से अनेकता का बोध होता हैं, वहा बहुवचन होता हैं।”
जैसे कि :–माताएँ, पुस्तकें, स्त्रियाँ, लताएँ, लड़के, वधुएँ, गुरुजन, रोटियाँ, गायें, कपड़े, टोपियाँ, मालाएँ, बेटे
उदाहरण:

• बॉक्स में बहुत रंग में धागे हैं।
• मैने दो संतरे खाएं।

वचन की पहचान

आपको बता दें की वचन को दो प्रकार से पहचान जा सकता है।
• संज्ञा, सर्वनाम या विशेषण शब्दों के उपयोग से!
• क्रिया शब्दों के उपयोग से!

1. संज्ञा, सर्वनाम या विशेषण शब्दों के उपयोग से वचन की पहचान कैसे करे!

• राम ने किताब ली।
(किताब, संज्ञा, एक वचन)
• राम ने कई किताबें ली।
(किताबें, संज्ञा, बहुवचन)
• वह दूध पी रहा।
(वह, सर्वनाम, एक वचन)
• वे दूध पी रहें.
(वे, सर्वनाम, बहुवचन)

2. क्रिया शब्दों के उपयोग से वचन की पहचान कैसे करें!

• साइकिल से जा रहा है।
(जा रहा क्रिया, एक वचन)
• साइकिल से जा रहे है।
(जा रहे क्रिया, बहुवचन)
• सैनिक उधर गए।
(क्रिया, बहुवचन)
• वे बाजार गए।
(क्रिया, बहुवचन)
• वह बाजार गया)
(क्रिया, एक वचन)

दोस्तों कुछ ऐसे भी शब्द है जो सिर्फ एकवचन या बहुवचन में रहते हैं। उन्हें परिवर्तित नही करना पढ़ता।

हमेशा एकवचन में रहने वाले शब्दों की तालिका

पीतलचांदीसोना
जनतापेट्रोलघी
आकाशसत्यतेल
मिथ्याझूठवर्षा
सचवर्षाबालू
सौंदर्यझुंडदल / टोली

हमेशा बहुवचन में रहने वाले शब्दों की तालिका

हस्ताक्षरबालप्राण
आंसूलोगकेश
होशसमाचारदर्शन

वचन परिवर्तन कैसे करें!

• स्त्रीलिंग शब्दों के अन्त में “एं” लगाकर या इस्तेमाल करके।
उदाहरण:
पुस्तिका + एं = पुस्तिकाएं (बहुवचन)
रक्षिका + एं = रक्षिकाएं (बहुवचन)
महिला+ एं = महिलाएं (बहुवचन)

• स्त्रीलिंग शब्दों के अंत के (अ) के स्थान पर (ऐं) लगाकर
उदाहरण:
तलवार + ऐं = तलवारें (बहुवचन)

• कुछ ऐसे शब्द भी है जिनमे जन, गण, वर्ग इत्यादि शब्दों के स्तेमाल से वचन परिवर्तन!
कवि + गण = कवि गण
साधु + जन = साधु जन
शिक्षक + वर्ग = शिक्षक वर्ग

• पुल्लिंग शब्दों के अंत के (आ) के स्थान पर (ए) लगाकर
उदाहरण:
बेटा + ए = बेटे
कौआ + ए = कौए
कुत्ता + ए = कुत्ते

कुछ कुछ जगह वचन बदलकर प्रयोग हिंदी में

एकवचन की जगह पर बहुवचन:

1. किसी के विशेष आदर देने हेतु; भी बहुवचन का प्रयोग होता है।
जैसे कि:–
• महात्मा गांधी महान पुरुष थे।
• सर आज नहीं आये।
• चंद्रशेखर सच्चे वीर थे।
2. बढ़े होने या बड़प्पन दर्शाने या प्रकट करने के लिए कुछ लोग वह के स्थान पर वे और मैं की जगह हम का प्रयोग करते हैं।
जैसे कि :–
• आज गुरुजी आए तो वे प्रसन्न दिखाई दे रहे थे।
• मालिक ने कर्मचारी से कहा, हम मीटिंग में जा रहे हैं।
3. केश, रोम, प्राण, अश्रु, दर्शन, लोग, समाचार, दाम, होश, दर्शक, भाग्य इत्यादि ऐसे शब्द हैं जिनका प्रयोग अधिकतर बहुवचन में ही होता है।
जैसे कि :–
• तुम्हारे केश बड़े सुन्दर हैं।
• लोग कहते हैं।

बहुवचन कि जगह पर एकवचन:

1. (तू) एक वचन शब्द है जिसका बहु वचन (तुम) है। किन्तु आदर्श / सभ्य लोग आजकल लोक – व्यवहार में एक वचन के लिए तुम का ही प्रयोग करते हैं।
जैसे कि :–
• मित्र, तुम कब आए।
• क्या तुमने खाना खाया।
2. जाति,वर्ग, गण, वृंद, दल आदि शब्द अनेकता को प्रकट करने वाले हैं, किन्तु इनका व्यवहार एकवचन के समान होता है।
जैसे कि :–
• स्त्री जाति संघर्ष कर रही है।
• सैनिक दल शत्रु का दमन कर रहा है।
3. जातिवाचक शब्दों का प्रयोग एकवचन में किया जा सकता है।
जैसे कि :–
• मुंबई का आम स्वादिष्ट होता है।
• सोना बहुमूल्य वस्तु है।

ऊपर अपने वचन के बारे में जाना अब बारी आ गई है मुख्य टॉपिक लिंग के बारे में जानने की।

[लिंग]

लिंग किसे कहते हैं Ling kise kahate hain in hindi

लिंग की परिभाषा>> जिस चिन्ह से या शब्द से, यह ज्ञान मिले, कि अमुक शब्द पुरुष जाति का है या स्त्री जाति का है, उस चिन्ह या शब्द को लिंग कहते हैं।
अन्य शब्द के जिस रूप से किसी व्यक्ति, वस्तु आदि के पुरुष जाति या स्त्री जाति के होने का तात्पर्य मिले, उसे लिंग कहते हैं। जैसे; नर बाज, बाज, शेर, शेरनी, कोयल, लड़का, लड़की आदि।
ऊपर के उदाहरण में नर बाज, शेर और लड़का पुल्लिंग तथा बाज, शेरनी और कोयल लड़की स्त्रीलिंग हैं।

लिंग के भेद / प्रकार

लिंग के यह दो प्रकार होते हैजेड
1. पुल्लिंग
2. स्त्रीलिंग

1. पुल्लिंग

जिन संज्ञा शब्दों से पुरुष जाति होने का ज्ञान हो या तात्पर्य मिले, उन्हें पुल्लिंग कहते हैं।
जैसे कि :- सुअर, गधा, बैल, ऊंट, बाघ, पेड़, बालक, युवक आदि।

2. स्त्रीलिंग

जिन संज्ञा शब्दों से स्त्री जाति का ज्ञान हो अथवा जो शब्द स्त्री जाति के अंतर्गत या इसका तात्पर्य दिखाए, उन्हें स्त्रीलिंग कहते हैं ।
जैसे कि:- लड़की, घड़ी, नारी, छड़ी, युवती, गाय, कुर्सी आदि।

कैसे पहचान करें लिंग की!

वैसे टी कई नियम है जिससे आप लिंग की पहचान करना संभव मतलब के साथ निकाल सकते हैं उन्हें में से कुछ को हम नीचे बता दे हैं।

1. पुल्लिंग की पहचान

• जिन शब्दों में अंत में या प्रत्यय स्वरूप (आ,  आव,  पा,  पन, न) शब्दों के अंत में मौजूद है। वे समन्यतः पुल्लिंग शब्द हैं। उदहारण :  बुढ़ापा, लड़कपन, मोटापा, कपड़ा, चढ़ाव, लेन-देन आदि

• पेड़ों के नाम पुल्लिंग होते हैं।(जैसे; सागौन , जामुन, बरगद , पीपल, नीम, आम , शीशम आदि।)

• पर्वत , मास , वार और कुछ ग्रहों के नाम पुल्लिंग होते हैं! (विंध्याचल, हिमालय,  सूर्य , बुध , शुक्र, राहु ,वैशाख, चंद्र , मंगल , केतु आदि।)

• रत्नों के नाम पुल्लिंग होते हैं।(पन्ना, हीरा, सोना, मोती, मूँगा आदि।)

• द्रव पदार्थों के नाम पुल्लिंग होते हैं। (ताँबा, घी , लावा, पानी, सोना, तेल, लोहा आदि।)

• शरीर के अंगों के नाम सामान्यत: पुल्लिंग होते हैं। (कान, गला, हाथ, होंठ, तालु, जंघा, नख, सिर, मस्तक, दाँत, पाँव, गुठना, मुख, रोम आदि।)

• अनाजों के नाम पुल्लिंग होते हैं। (जौ, उड़द , गेहूँ , चावल, चना, मटर आदि।)

• जल , स्थान और भू-मंडल के भागों के नाम पुल्लिंग होते हैं।(समुद्र, देश, भारत, नगर, आकाश, पाताल, घर, द्वीप, सरोवर आदि।)

>> पल्लवन किसे कहते हैं PALLAVAN

स्त्रीलिंग की पहचान

• जिन भाववाचक संज्ञाओं के अंत में ट, वट, या हट होता है। वे स्त्रीलिंग कहलाती हैं! (झंझट, आहट, चिकनाहट, बनावट, सजावट आदि।)

• जिन संज्ञा शब्दों के अंत में (ख) होते है,  वे स्त्रीलिंग कहलाते हैं । (राख, कोख, लाख, भूख, चांख, चोख, आँख, देख, रेख आदि ।)

• जिन शब्दों के अंत में (इया) आता है वे स्त्रीलिंग होते हैं। (कुटिया, मठिया, खटिया,  चिड़िया आदि।)

• अनुस्वारांत,  ईकारांत,  ऊकारांत,  तकारांत,  सकारांत संज्ञाएँ स्त्रीलिंग कहलाती है । (रोटी, टोपी, नदी, चिट्ठी, उदासी, रात, बात, छत, भीत, लू, बालू, दारू,  सरसों, खड़ाऊँ, प्यास, वास, साँस आदि ।)

• भाषा, बोली और लिपियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं।
जैसे कि :- देवनागरी, पहाड़ी, तेलुगु, मैथिली, हिन्दी, संस्कृत, पंजाबी, गुरुमुखी.

• नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं । (गोदावरी,  सरस्वती, नर्मदा, यमुना आदि।)

• तारीखों और तिथियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं। (पहली, दूसरी, प्रतिपदा, पूर्णिमा आदि।)

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