करेले की कड़वाहट छुपाने के 5 आसान तरीके

Last Updated on 31/08/2024 by Team HindiZy

करेले को नमक और हल्दी में भिगोना

करेले की कड़वाहट को कम करने के लिए एक पारंपरिक और प्रभावी तरीका है, उसे नमक और हल्दी के मिश्रण में भिगोना। यह प्रक्रिया न केवल करेले की कड़वाहट को कम करती है, बल्कि इसके स्वाद को भी बेहतर बनाती है। सबसे पहले, करेले को अच्छे से धोकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। अब एक बर्तन में टुकड़े किए हुए करेले को डालें और उसमें पर्याप्त मात्रा में नमक और हल्दी मिला दें।

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नमक और हल्दी दोनों ही करेले की कड़वाहट को निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। नमक करेले के अंदर के कड़वे रस को बाहर निकालता है, जबकि हल्दी अपने प्राकृतिक गुणों से करेले के स्वाद को संतुलित करती है। इस मिश्रण में करेले को कम से कम 30 मिनट के लिए भिगोकर रखें। इस दौरान, करेले के टुकड़े नमी को सोखकर नरम हो जाएंगे और उनकी कड़वाहट काफी हद तक कम हो जाएगी।

30 मिनट के बाद, करेले के टुकड़ों को पानी से अच्छी तरह धो लें ताकि अतिरिक्त नमक और हल्दी भी निकल जाए। इसके बाद आप करेले को अपनी पसंदीदा विधि से पका सकते हैं। यह प्रक्रिया करेले के कड़वे स्वाद को कम करने के साथ-साथ उसके पोषक तत्वों को भी सुरक्षित रखती है। इस प्रकार, करेले की कड़वाहट को प्रभावी ढंग से कम करने के लिए नमक और हल्दी में भिगोना एक सरल और पारंपरिक उपाय है।करेला, जिसे बिटर गार्ड भी कहा जाता है, विटामिन्स, मिनरल्स, और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर एक महत्वपूर्ण सब्जी है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, पाचन तंत्र को सुधारता है, और वजन घटाने में सहायक होता है। करेले का जूस मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है और त्वचा स्वास्थ्य को भी सुधारता है। हालांकि, इसके सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर यदि आप गर्भवती हैं या किसी विशेष स्वास्थ्य स्थिति से ग्रस्त हैं।

करेले को उबालना और निचोड़ना

करेले की कड़वाहट को कम करने के लिए उबालना और निचोड़ना एक प्रभावी तकनीक है। सबसे पहले, करेले को धोकर अच्छी तरह साफ करें। इसके बाद, करेले को पतले पतले टुकड़ों में काट लें। टुकड़ों को काटते समय ध्यान रखें कि करेले के बीजों को भी हटा दें, क्योंकि बीज भी कड़वाहट को बढ़ा सकते हैं।

एक बड़े बर्तन में पानी उबालें और उसमें कटे हुए करेले डालें। करेले को लगभग 5-7 मिनट तक उबालें। उबालने के बाद, करेले के टुकड़ों को छानकर निकाल लें और उन्हें ठंडे पानी में डाल दें। ठंडे पानी में डालने से करेले का रंग और स्वाद दोनों ही बेहतर हो जाते हैं।

अब करेले के टुकड़ों को अच्छे से निचोड़ें ताकि उनका अतिरिक्त पानी निकल जाए। निचोड़ने की प्रक्रिया करेले की कड़वाहट को काफी हद तक कम कर देती है। इस विधि से करेले के अंदर मौजूद कड़वे तत्व पानी के साथ बाहर निकल जाते हैं, जिससे उनका स्वाद बेहतर हो जाता है।

यह विधि न केवल करेले की कड़वाहट को कम करती है, बल्कि उसे पकाने के लिए तैयार भी करती है। उबालने और निचोड़ने के बाद, करेले को विभिन्न प्रकार की रेसिपीज़ में इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे कि करेले की सब्जी, भरवां करेला या करेले का अचार।

इस विधि का उपयोग करके आप करेले का स्वादिष्ट और पौष्टिक आनंद ले सकते हैं, बिना उसकी कड़वाहट की चिंता किए। करेले को उबालने और निचोड़ने की यह तकनीक स्वास्थ्यवर्धक सब्जी का स्वाद बढ़ाने का एक सरल और प्रभावी तरीका है।

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करेले को दही के साथ मिलाना

करेले की कड़वाहट कम करने के लिए दही का उपयोग एक अत्यंत प्रभावी और पारंपरिक तरीका है। दही न केवल करेले की कड़वाहट को संतुलित करता है, बल्कि उसे एक सुखद स्वाद और नरम बनावट भी प्रदान करता है। इस विधि में, सबसे पहले करेले को अच्छी तरह से धोकर और पतले टुकड़ों में काटा जाता है। इसके बाद, करेले के टुकड़ों को हल्के से नमक के साथ मिलाकर कुछ समय के लिए रखा जाता है ताकि उनका कड़वापन और अधिक बाहर आ सके।

इसके बाद, करेले के टुकड़ों को धोकर अतिरिक्त नमक हटा दिया जाता है और उन्हें ताजे दही में डुबो दिया जाता है। दही में मिलाकर करेले को कम से कम 30 मिनट के लिए मैरीनेट किया जाता है। यह प्रक्रिया करेले के कड़वे तत्वों को दही में अवशोषित कर लेती है, जिससे उनका कड़वापन कम हो जाता है।

आखिर में, दही में मैरीनेट किए हुए करेले को अलग-अलग तरीकों से पकाया जा सकता है। आप इन्हें भून सकते हैं, सब्जी के रूप में पका सकते हैं या फिर करी में भी उपयोग कर सकते हैं। दही में मिलाने के कारण करेले का स्वाद संतुलित हो जाता है और यह अधिक स्वादिष्ट लगता है।

करेले को दही के साथ मिलाने की यह विधि न केवल करेले की कड़वाहट को हटाने में मदद करती है, बल्कि इसका पोषण भी बरकरार रहता है। दही में पाए जाने वाले प्रोटीन और प्रोबायोटिक्स भी इस व्यंजन को स्वास्थ्यवर्धक बनाते हैं। इस प्रकार, दही की मदद से करेले की कड़वाहट को कम करना एक सरल और प्रभावी तरीका है जो आपके भोजन का स्वाद बढ़ा सकता है।

करेले को गुड़ और इमली के साथ पकाना

करेले की कड़वाहट को छुपाने के लिए गुड़ और इमली एक प्रभावी और स्वादिष्ट उपाय हो सकते हैं। यह नुस्खा न केवल करेले की कड़वाहट को कम करता है, बल्कि उसे एक अनोखा और स्वादिष्ट स्वाद भी देता है। इस प्रक्रिया में, पहले करेले को अच्छी तरह से धोकर और पतले स्लाइस में काट लें। उसके बाद, करेले को हल्का नमक लगाकर कुछ समय के लिए रख दें ताकि उसका कड़वा रस निकल जाए।

अब एक पैन में थोड़ा तेल गरम करें और उसमें करेले के स्लाइस को हल्का सुनहरा होने तक भूनें। इसके बाद, पैन में थोड़ा पानी डालें और उसमें इमली का गूदा और गुड़ मिलाएं। गुड़ और इमली का मिश्रण करेले के कड़वे स्वाद को संतुलित करता है और उसे स्वादिष्ट बनाता है। यह मिश्रण तब तक पकाएं जब तक कि गुड़ और इमली अच्छे से घुलकर गाढ़ा न हो जाए।

इमली और गुड़ का यह मिश्रण करेले के स्लाइस को एक मीठा और खट्टा स्वाद देता है, जो कड़वाहट को पूरी तरह से छुपा देता है। आप चाहे तो इसमें अपने पसंद के मसाले भी जोड़ सकते हैं, जैसे हल्दी, धनिया पाउडर, या जीरा पाउडर, ताकि इसका स्वाद और भी बढ़िया हो जाए। इस तरह से पकाया गया करेला न केवल पौष्टिक होता है, बल्कि खाने में भी स्वादिष्ट लगता है।

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