Dhoka Shayari Hindi

वादा किया था तूने, यकीन दिलाया था,
प्यार का इकरार था, सच्चाई सुनाई थी।
पर तेरी दोस्ती ने मेरे दिल को लूटा,
धोखा खाकर तूने मेरा इमान टूटा।Shayari

मैंने तुझपे भरोसा किया, खुद को समर्पित किया,
पर तेरे खेल ने मेरी आशाओं को तोड़ दिया।
जिंदगी की कठिनाइयों में आया एक और दर्द,
तेरा धोखा, तेरा ख़याल मेरे दिल को सताए जा रहा है।

तूने तो जीने की वजह बनाई थी,
मगर तेरी वजह से तोड़ा जीने का ऐसा तरीका।
आज तेरे धोखे से तूट गया हूँ मैं,
पर दर्द की ये वजह अब तेरा नाम बन गया है।

दूसरों को ख़ुश करने के चक्कर में,
तूने मेरे दिल को छोटा कर दिया।
मेरी आँखों के सामने तू अजनबी हो गया,
जिसका वादा तूने किया था, वो मैंने तुझे सोचा ही नहीं था।

धोखा देकर तूने तोड़ दिया मेरा विश्वास,
प्यार का खेल खेलते हुए, तूने मेरी ज़िन्दगी को बर्बाद किया।
पर मैं जानता हूँ, धोखा देने व

वादे किए थे तुमने, आशाओं की बारिश की,
पर तुम्हारा धोखा मिला, मेरी जिंदगी को उजाड़ दिया।
मेरी आँखों में थी सपनों की चमक,
पर तुमने जीने की राह से मुझे हटा दिया।

धोखा खाया है मैंने तेरे खतिर बेशुमार,
दिल में बसी उम्मीदों को तूने बेनक़ाब कर दिया।
तेरे खेल में बन गए मेरे जीवन के दर्द के साथी,
पर तुझे धोखा देने के लिए तूने अदाएं सजाई दी।

ये धोखा नहीं, तेरी मजबूरी है शायद,
पर तेरा खेल बना दिया मेरी जिंदगी की कहानी है।
तूने तो रंग बदले, मेरे इमारत को ढहा दिया,
धोखा खाकर तूने मेरी हकीकत को खुदाई देनी है।

वफ़ा की कसम खाई थी तूने बेवफ़ाई के लिए,
मेरे दिल को तोड़ दिया और अपनी तक़दीर बनाई है।
प्यार की राहों में मैंने धोखा नहीं सोचा था,
पर तूने उस राह पर मुझे खड़ा करके रुलाया है।

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